HOW TO GET YOUR TARGET (अपने लक्ष्य को कैसे प्राप्त करे)
स्वामी विवेकानन्द के अनुसार -
जर्मन कवि (German poet) गेटे ने कहा है कि
चाहे आप क्रिकेट खेल रहे हो तो इस तरह से खेलो कि उसके अलावा कुछ और ना सोचो | या फिर मोबाइल में गेम भी खेल रहे हो तो उसमें भी 100 प्रतिशत (100 percent ) दो |
आप किसी काम को कर रहे हो तो सिर्फ और सिर्फ उसे ही करो | इस बात को ऐसे समाज सकते है कि आप अपना समय ( time ), शक्ति ( energy ) उस चीज को दे ही रहो हो तो फिर अपना सोच, विचार भी उसमे ही पूरी तरह से इस्तेमाल करो |
आज के इस अत्यधिक प्रतियोगी ज़माने ( Highly Competitive) मे अपनी मेहनत को अलग- अलग चीजो में फैलाने से हम अपनी शक्ति को बर्बाद ही कर रहे है, जिससे हमे सफल होने मे मुश्किल होगी | लेकिन उस मेहनत को एक ही कार्य मैं लगा दो,तो आपको सफल होने से कोई रोक नहीं सकता है |
"उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाये |"अगर हमे किसी लक्ष्य को प्राप्त करना है , तो हमें उसके लिए जीना है,उसके बारे में ही सोचना है ,उसके लिए योजना बनानी (planning )है |
जर्मन कवि (German poet) गेटे ने कहा है कि
"जहाँ भी तू है ,पूरी तरह वही ही हो.. " |इस पंक्ति में बहुत गहरा अर्थ छुपा है | किसी भी काम को सिर्फ एक बार में "एक ही बार में "पूरा करो | मतलब यही कि जो भी काम में हो, उस पर अपनी सारी शक्ति लगा दो | उस काम का रिजल्ट क्या होगा यह मत सोचो | इस तरह काम करो कि उसे ख़त्म करने के बाद यह नहीं सोचना पड़े, कि मैं इसे और अच्छे तरह से भी कर सकता था | मतलब यही है कि आप अपना 100 प्रतिशत (100 percent ) दो |
चाहे आप क्रिकेट खेल रहे हो तो इस तरह से खेलो कि उसके अलावा कुछ और ना सोचो | या फिर मोबाइल में गेम भी खेल रहे हो तो उसमें भी 100 प्रतिशत (100 percent ) दो |
आप किसी काम को कर रहे हो तो सिर्फ और सिर्फ उसे ही करो | इस बात को ऐसे समाज सकते है कि आप अपना समय ( time ), शक्ति ( energy ) उस चीज को दे ही रहो हो तो फिर अपना सोच, विचार भी उसमे ही पूरी तरह से इस्तेमाल करो |
आज के इस अत्यधिक प्रतियोगी ज़माने ( Highly Competitive) मे अपनी मेहनत को अलग- अलग चीजो में फैलाने से हम अपनी शक्ति को बर्बाद ही कर रहे है, जिससे हमे सफल होने मे मुश्किल होगी | लेकिन उस मेहनत को एक ही कार्य मैं लगा दो,तो आपको सफल होने से कोई रोक नहीं सकता है |
very nice 👍👍
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